Latest News: देश के कई शहरों में पेट्रोल की कीमतें 100 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच गई है. 100 रुपये के पार पहुंचने पर देशभर में महंगाई को लेकर हल्ला मचा हुआ है. विपक्ष ने केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार के ऊपर पेट्रोल-डीजल की महंगाई को लेकर लगातार हमला बोल रखा है. ऐसे में क्या आपको पता है कि 32 रुपये के आस-पास मिलने वाला पेट्रोल आपको इतना महंगा कैसे मिल रहा है. बता दें कि भारत में पेट्रोल डीजल का दाम कच्चे तेल के अलावा उत्पाद शुल्क (Excise Duty), राज्यों के वैल्यू एडेड टैक्स (VAT), कंपनियों का मुनाफा, रिफाइनरी चार्ज, फ्रेट चार्ज डीलर्स के कमीशन के आधार पर तय किया जाता है. गौरतलब है कि मौजूदा समय में दिल्ली में पेट्रोल के ऊपर 60 फीसदी डीजल पर 55 फीसदी का टैक्स लगता है. इंडियन ऑयल के मुताबिक आज यानि शनिवार को दिल्ली में पेट्रोल 90.58 रुपये प्रति लीटर डीजल 80.97 रुपये प्रति लीटर के भाव पर मिल रहा है. आज की इस रिपोर्ट में हम जानने की कोशिश करेंगे कि केंद्र राज्य सरकारें पेट्रोल डीजल के ऊपर कितना टैक्स वसूल करती हैं.
केंद्र के अलावा सभी राज्यों में अलग-अलग टैक्स
बता दें कि देश के सभी राज्यों में पेट्रोल डीजल के दाम एक जैसे नहीं है इसकी वजह यह है कि इसके ऊपर सभी राज्यों में अलग-अलग टैक्स लगता है. केंद्र सरकार के अलावा राज्य सरकारें वैट लगाती हैं. कुछ राज्य तो पेट्रोल-डीजल के ऊपर केंद्र की उत्पाद शुल्क की बराबरी के लिए वैट भी उतना ही लगाने की कोशिश करते हैं. ऐसे में उन राज्यों में वैट ज्यादा होने से पेट्रोल-डीजल के दाम ज्यादा हो जाते हैं, बता दें कि जिन राज्यों में वैट कम होता है उन राज्यों में पेट्रोल-डीजल सस्ता बिकता है. बता दें कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने पेट्रोल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क को 19.98 रुपये से बढ़ाकर 32.98 रुपये कर दिया था. वहीं डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क को 15.83 रुपये से बढ़ाकर 31.83 रुपये कर दिया था.
किन राज्य में है कितना वैट
राजस्थान सरकार ने पिछले महीने यानि जनवरी पेट्रोल डीजल पर लगने वाले वैट में दो फीसदी की कमी का ऐलान किया था. राजस्थान में मौजूदा समय में पेट्रोल के ऊपर 36 फीसदी का वैट लगता है, इसके अलावा 1 लीटर पेट्रोल पर 1.5 रुपये का रोड डेवलपमेंट सेस भी लिया जाता है. दूसरी ओर राजस्थान में डीजल के ऊपर 26 फीसदी वैट के अलावा 1 लीटर डीजल पर 1.75 रुपये का रोड डेवलपमेंट सेस लगता है. मध्य प्रदेश की बात करें तो पेट्रोल के ऊपर 33 फीसदी वैट लगता है. MP में हर एक लीटर के ऊपर 4.50 रुपये सेस लगता है. MP में डीजल पर 23 फीसदी वैट के अलावा 3 रुपये प्रति लीटर सेस देना पड़ता है. देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल पर 30 फीसदी डीजल पर 16.75 फीसदी वैट है. दिल्ली में डीजल पर 0.25 रुपये प्रति किलोलीटर वायु परिवेश शुल्क भी वसूला जाता है. केंद्र शासित प्रदेश अंडमान एवं निकोबार में पेट्रोल डीजल पर वैट की दर 6 फीसदी है.
- आंध्र प्रदेश- पेट्रोल पर वैट 31 फीसदी, 4 रुपये प्रति लीटर अतिरिक्त शुल्क, डीजल पर दो 22.25 फीसदी वैट
- महाराष्ट्र- पेट्रोल पर वैट 26 फीसदी, 10 रुपये प्रति लीटर अतिरिक्त कर, डीजल पर 24 फीसदी वैट, 3 रुपये प्रति लीटर अतिरिक्त कर
- कर्नाटक- पेट्रोल पर 35 प्रतिशत वैट, डीजल पर 24 प्रतिशत वैट
- उड़ीसा- पेट्रोल पर 32 फीसदी वैट
- छत्तीसगढ़- पेट्रोल पर 25 फीसदी वैट
- तेलंगाना- पेट्रोल पर 35.20 फीसदी वैट
इस शहरों में 100 के पार पेट्रोल के दाम
- श्रीगंगानगर 101.22 रुपये
- श्रीगंगानगर 104 रुपये (प्रीमियम)
- बाड़मेर 101.37 रुपये (प्रीमियम)
- उदयपुर में 100.03 रुपये (प्रीमियम)
- हनुमानगढ़ 100.58 रुपये
- सतना 100.49 रुपये
- रीवा 100.64 रुपये
- अनूपपुर 100.98 रुपये
- बालाघाट 100.59 रुपये
- शहडोल 100.66 रुपये
इंडियन ऑयल (IOC) के मुताबिक 15 फरवरी को पेट्रोल का बेसिक प्राइस 31.82 रुपये, किराया 0.28 रुपये था. डीलर को पेट्रोल 32.10 रुपये प्रति लीटर पड़ता है. इसमें एक्साइज ड्यूटी 32.90 रुपये, डीलर कमीशन 3.68 रुपये वैट 20.61 रुपये शामिल किया जाता है. कुल मिलाकर पेट्रोल की कीमत 89 रुपये के पार पहुंच जाती है. 15 फरवरी को डीजल का बेसिक प्राइस 33.46 रुपये किराया 0.25 रुपये प्रति लीटर था. डीलर को डीजल 33.71 रुपये पड़ता है. इसमें एक्साइज ड्यूटी 31.80 रुपये, डीलर कमीशन 2.51 रुपए वैट 11.68 रुपये जोड़कर भाव 79.70 रुपये पर पहुंच जाता है.
HIGHLIGHTS
- देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल पर 30 फीसदी डीजल पर 16.75 फीसदी वैट
- केंद्र शासित प्रदेश अंडमान एवं निकोबार में पेट्रोल डीजल पर वैट की दर 6 फीसदी