पश्चिम बंगाल में हुईं हिंसक घटनाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा है। दो दिनों के बंगाल दौरे पर पहुंचे जेपी नड्डा ने बुधवार को कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि हिंसा पर ममता बनर्जी की चुप्पी उनकी संलिप्तता को बताती है और उन्होंने खून से सने हाथ के साथ दूसरे कार्यकाल की शुरुआत की है।
जेपी नड्डा ने कहा है कि मैं बंगाल में पार्टी समर्थकों की हत्या, महिलाओं के उत्पीड़न की निंदा करता हूं। नड्डा ने दावा किया कि बंगाल में चुनाव के बाद ‘राज्य द्वारा प्रायोजित’ हिंसा में 14 भाजपा कार्यकर्ता मारे गए हैं। इसके अलावा बंगाल चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद 80000 से एक लाख लोग हमले के डर से घर छोड़कर भाग गए हैं।
ममता की चुप्पी पर उठाए सवाल
नड्डा ने कहा कि जिस तरह से नरसंहार और नृशंस हत्याएं हुईं और जिस तरह से 36 घंटे तक कार्यवाहक सीएम चुप रहीं। ममता जी की चुप्पी हिंसा में उनकी भागीदारी के बारे में बताती है और वह अपन खून से सने हाथ के साथ तीसरा कार्यकाल शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि हम चुनाव के प्रचार में जब कहते थे कि बंगाल में महिलाएं सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं, तो हम सही थे।
बीजेपी का दावा- हिंसा में 14 की मौत
उन्होंने आगे कहा कि बंगाल में पहले लोगों पर हमला, फिर परिवारों पर हमला, फिर महिलाओं पर अटैक और उसके बाद लूटपाट हमें देखने को मिलती है। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि बंगाल में हुई इन घटनाओं में जिन लोगों की जान गई है, उनकी संख्या अब तक 14 हो गई है। हम कहना चाहते हैं कि भाजपा हर एक कार्यकर्ता के साथ खड़ी है। हम ये लड़ाई बंगाल की सारी जनता के लिए निर्णायक मोड़ तक लड़ेंगे।