भोपाल। भोपाल और इंदौर में लगातार बढ़ते कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या के बाद अब फिर एक बार सख्ती का दौर लौट आया है। कोरोना की बढ़ती रफ्तार को रोकने के लिए सरकार और प्रशासन अब पूरी तरह अलर्ट हो गए है। भोपाल और इंदौर में कोरोना ने लगातार बढ़ते केस के बाद अब दोनों ही शहरों में बड़े आयोजनों पर रोक लगा दी गई है,वहीं दुकानों को बंद करने और नाईट कर्फ्यू पर सरकार जल्द ही बड़ा निर्णय ले सकती है। भोपाल और इंदौर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने के बाद अब इन दोनों जिलों में बंद हॉल में होने वाले आयोजनों में हॉल की कुल क्षमता से 50 फ़ीसदी से ज्यादा लोगों के शामिल होने पर भी रोक लगा दी गई है।
आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल और इंदौर में कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए कहा कि भोपाल और इंदौर की स्थिति को लेकर सोमवार को एक बार फिर समीक्षा की जाएगी और उसके बाद निर्णय लिए जाएंगे। इसके साथ ही
मुख्यमंत्री ने लोगों और दुकानदारों से अपील करते हैं कि वह मास्क का उपयोग करने के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करें।
वहीं प्रदेश में कोरोना वायरस ने एक बार फिर बाते साल की तर्ज पर रफ्तार पकड़ ली है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 675 नए केस सामने आए है जो इस साल अब तक सबसे बड़ा आंकड़ा है। पिछले 24 घंटे में इंदौर में 247 और भोपाल में 118 मरीज पॉजिटिव मिले है।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि पिछले 10 दिन में प्रदेश में तेजी से कोरोना का ग्राफ बढ़ा है और भोपाल,इंदौर के साथ प्रदेश के अन्य जिलों में तेजी से मरीज बढ़े है और अगर स्थिति नहीं सुधरी तो भोपाल और इंदौर में नाईट कर्फ्यू लगा दिया जाएगा।
इससे पहले शुक्रवार को कोरोना समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने भोपाल और इंदौर में लगातार कोरोना के नए मरीजों की संख्या पर चिंता जताते हुए कहा था कि अगर स्थिति नहीं सुधरी तो दोनों ही शहरों में रविवार या सोमवार से रात का कर्फ्यू लगा दिया जाएगा।
इसके साथ मुख्यमंत्री ने दुकानों पर सोशल डिस्टेसिंग बनाए रखने के निर्देश दिए है। इंदौर,भोपाल सहित ऐसे जिले जहां 10 से अधिक कोरोना के एक्टिव केस है वहां दुकानदारों को अपनी दुकान के सामने रस्सी लगानी होगी जिससे दुकान पर आने वाले ग्राहकों के मध्य पर्याप्त दूरी रखी जाए।
वहीं महाराष्ट्र में लगातार बढ़ते कोरोना के मरीजों के बाद महाराष्ट्र की सीमा से लगे जिलों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए। महाराष्ट्र से आने वाले ट्रेनों और बसों में आने वाले यात्रियों की थर्मल जांच के साथ आने वाले लोगों को महाराष्ट्र से होने वाले लोगों की संख्या को सीमित करने पर सरकार विचार कर रही है।