बंगाल में 3.8 तीव्रता का भूकंप तूफान के साथ, ओडिशा में तट से टकराकर गुजरा साइक्लोन; बिहार-झारखंड में भारी बारिश का अलर्ट

यास तूफान के साथ बंगाल में भूकंप ने दस्तक दी है। जलपाईगुड़ी में बुधवार दोपहर के समय 3.8 तीव्रता का भूकंप भी रिकॉर्ड किया गया। इसका एपीसेंटर मालबाजार में 5 किलोमीटर गहराई पर बताया जा रहा है। लागातर हो रही बारिश के बाद हावड़ा में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। नदी का पानी बेलूर मठ के अंदर भर गया है।

इससे पहले तूफान बुधवार सुबह करीब 9 बजे ओडिशा के भद्रक जिले के तट से टकराया। 10.30 से 11.30 के बीच वह दक्षिणी बालासोर के 20 किलोमीटर करीब से गुजरा। इस दौरान 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। इसके बाद तूफान उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ गया और बालासोर से करीब 15 किमी दूर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम की तरफ केंद्रित हो गया। यहां से तूफान झारखंड की तरफ मुड़ जाएगा।

साइक्लोन के कारण बालासोर के तट पर समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। कई कॉलोनियों में समुद्र का पानी भर गया है। मौसम विभाग (IMD) ने तूफान के लैंडफॉल की पुष्टि की है। बंगाल और ओडिशा के अलावा बिहार, झारखंड, तमिलनाडु और कर्नाटक में भी तूफान का असर है।

बेहद खतरनाक तूफान ‘यास’ के कारण झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले में सुबह से बारिश हो रही है। कई जिलों में चेतावनी जारी की गई है। वहीं, पटना सहित बिहार के 26 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। ओडिशा के चांदीपुर और बालासोर, तो बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में तूफान सबसे ज्यादा प्रभावी है। बंगाल के दीघा और मंदार्मानी में होटलों और दुकानों में समुद्र का पानी भर गया है।

अपडेट्स

  • बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर के मंदरमणि में कन्हाई गिरि नामक युवक की तेज धार में बहने से मौत हो गई। एक अन्य व्यक्ति को दीघा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
  • पूर्वी मेदिनीपुर में तैनात आर्मी की टीम ने पानी का लेवल बढ़ने पर फंसे 32 लोगों को रेस्क्यू कर बचाया।
  • पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले के हल्दिया में सेना, NDRF और तटरक्षक दल के लोग बचाव अभियान में जुटे।
  • यास तूफान से प्रभावित हुए लोगों के लिए नौसेना का जहाज INS चिल्का में राहत सामग्री लेकर ओडिशा के खोरदा जिले पहुंचा।
  • तूफान से ओडिशा के चांदीपुर और अब्दुल कलाम आइलैंड पर DRDO की मिसाइल लॉन्चिंग साइट को नुकसान पहुंचने की आशंका है। लंबी दूरी की मिसाइल्स को यहीं से लॉन्च किया जाता है।
  • 165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और 2 मीटर से 4.5 मीटर तक लहरें उठ सकती हैं। पश्चिम बंगाल के कोलकाता, हावड़ा और हुगली में भी तूफान का असर दिख रहा है।
  • कोलकाता में सेना के 9 बचाव दलों को तैनाती के लिए तैयार रखा गया है। इनके अलावा 17 दलों को पुरुलिया, झारग्राम, बीरभूम, बर्धमान, पश्चिम मिदनापुर, हावड़ा, हुगली, नादिया के साथ 24 परगना उत्तर और दक्षिण में तैनात किया गया है।
  • ओडिशा के बासुदेवपुर में करीब 400 लोगों को शेल्टर होम में शिफ्ट किया गया।

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