भोपाल: मध्य प्रदेश के सीधी जिले में हुए 50 से अधिक लोगों की मौत के दर्दनाक हादसे के लिए ज़िम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार रात सीधी जिले के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) और एमपी के सड़क विकास निगम (एमपीआरडीसी) के तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया।
सीधी जिला मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूर पटना गांव के पास मंगलवार सुबह बाणसागर बांध परियोजना की एक नहर में 50 से अधिक यात्रियों के साथ सीधी से सतना जा रही बस पलट गई। बुधवार को 30 फीट नहर से चार और शव बरामद होने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 51 हो गई।
शिवराज चौहान ने बुधवार रात को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “मैं एमपीआरडीसी के मंडल प्रबंधक, एजीएम और प्रबंधक को निलंबित कर रहा हूं।” उन्होंने कहा, “32 यात्री सीटर बस में यात्रा कर रहे थे। इसके लिए कौन जिम्मेदार था? इसलिए संबंधित आरटीओ को भी निलंबित किया जा रहा है। इस घटना के लिए जिम्मेदार अन्य लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।”
इस बीच कुछ लोगों द्वारा बचाए गए बस चालक बालेंदु विश्वकर्मा को पुलिस ने बुधवार सुबह सतना जिले से गिरफ्तार किया।
ड्राइवर ने दावा किया कि उसने 30 फीट नहर में गिरने से पहले एक अजीब आवाज सुनी। उन्होंने कहा, “बस सुबह 5.30 बजे सीधी से रवाना हुई और करीब 7.30 बजे दुर्घटना स्थल पर पहुंची। मैंने नहर में गिरने से पहले एक आवाज सुनी।”