मध्यप्रदेश के रीवा के देवतालाब विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के विधायक गिरीश गौतम ने रविवार को विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उपस्थित थे। इस नामांकन के साथ ही मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष का पद 17 साल बाद विंध्य क्षेत्र को मिलना लगभग तय हो गया है।बता दें कि प्रदेश स्तर और हाईकमान से चर्चा के बाद वरिष्ठ विधायक गिरीश गौतम के नाम पर सहमति बन गई थी। वहीं उपाध्यक्ष के पद के बारे में निर्णय बाद में होगा।
17 साल बाद विंध्य क्षेत्र से कोई बनेगा विधानसभा का अध्यक्ष
विधानसभा अध्यक्ष का पद 17 साल बाद एक बार फिर विंध्य के खाते में जा सकता है। इससे पहले विंध्य के कद्दावर नेता श्रीनिवास तिवारी 9 साल 352 दिन एमपी असेंबली के स्पीकर रहे।उनका दो बार का कार्यकाल दिग्विजय सरकार के दौरान 24 दिसंबर 1993 से 11 दिसंबर 2003 तक रहा।
गिरीश गौतम ने साल 1972 में राजनीतिक पारी की शुरुआत की
विधायक गिरीश गौतम ने साल 1972 से छात्र राजनीति में प्रवेश किया था। वर्ष 1977 से लगातार उन्होंने किसानों, मजदूरों एवं छात्रों के लिए आवाज उठाई। वह 2003 में रीवा की देवतालाब विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बने। तब से वे चार बार लगातार इसी सीट से चुने जा चुके हैं। वह विधानसभा की लोक लेखा, महिला एवं बाल कल्याण, अनुसूचित जाति-जनजाति व पिछड़ा वर्ग कल्याण समिति के सदस्य रह चुके हैं।